प्रधानाचार्य का सन्देश
छात्रों के सर्वागीण विकास हेतु विद्यालय में खेलकूद ,सांस्कृतिक कार्येक्रम , स्काउट एवं गाइड आदि अनेक कार्येकर्मों का आयोजन तथा शिक्षकों द्वारा निभायी जाने वाली भूमिका अहम् होतो है | शिक्षक का वास्तविक सम्मान तभी होता है जब उसके छात्र पढ़ लिखकर भविष्य में उच्च पदों पर जाते है | छात्र सम्मानित नागरिक बनकर विद्यालय का नाम , क्षेत्र का नाम , माता पिता का नाम तथा देश का नाम रोशन करते है |
जरुरी नहीं रौशनी चिरागो में ही हो |
शिक्षा से भी घर रोशन होते है |
इस अपेक्षा के साथ विद्यालय के निरंतर विकास व् समस्त छात्र छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ |
हरिशचंद्र
कार्यवाहक प्रधानाचार्य